
चलो सूखे पत्ते से बन जाते हैं
हवा संग गिरते-परते उड़ चलते हैं
बहुत जी लिए शाखों के सहारे
ज़रा ज़र्फ़ अपना भी आजमाते
.
~Akanksha
.
.
.
चलो सूखे पत्ते से बन जाते हैं
हवा संग गिरते-परते उड़ चलते हैं
बहुत जी लिए शाखों के सहारे
ज़रा ज़र्फ़ अपना भी आजमाते
.
~Akanksha
.
.
.
One response to “सूखे पत्ते”
Beautiful
LikeLike