
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव सातवें व अन्तिम चरण में है । यह मतदान प्रक्रिया खत्म होते ही 10 मई का इंतजार शुरू हो जाएगा जब वोट की गिनती ख़त्म होगी और नई सरकार का गठन होगा । यह देखना दिलचस्प होगा की इन पाँच सालों में उत्तर प्रदेश की जनता कितनी जागरूक हुई है । क्या पिछली बार की तरह मोदी-योगी लहर पर ही वोटिंग की है या जनता ने कुछ विकास-विनाश का आकलन भी किया है। जहाँ तक उत्तर प्रदेश की राजनीति की बात करें तो यहाँ जाति और धर्म पर ही वोटिंग ज्यादा देखी जाती है। इस विधानसभा में भी हर राजनीतिक दल ने जाति-धर्म का सिक्का चलाने की भरपूर कोशिश की है । किसका सिक्का कितना खरा साबित होगा उसका पता 10 मई को ही पता चलेगा ।