
1 फरवरी 2022 को बजट 2022 संसद में वित्त मंत्री ने पेश कर दिया है बजट बीते कुछ वर्षों से पंचवर्षीय योजना के तहत बनाया जाता था । परन्तु इस वर्ष यह 25 वर्षिय बना दिया गया है सब हैरान हैं । इस पच्चीस वर्षिय बजट से भारत की अर्थव्यवस्था को मरणासन्न अवस्था में पहुँचने में बस कुछ वर्ष ही लगेंगे। हर बार बजट पेश करते वक्त बिते बरस की उपलब्धि व आने वाले सालों की आय अर्जित करने की सम्भावनाओं को बताया जाता था ।परन्तु इस बार वित्त मंत्री ने इस बजट को पेश किया है आर्कषक स्लोगन से जर्जर अर्थव्यवस्था को अमृतकाल कह माया जाल फेंकने की पूरी कोशिश की है। बड़े-बड़े अर्थशास्त्री की समझ से परे है ये बजट आम आदमी तो छोड़ ही दीजिए जिसकी गणित में बस नून -तेल लकड़ी ही होता है बहुत समझा तो पेट्रोल-डीजल के दाम समझता है जसमें सरकार आम जनता को पहले ही लूट चुकी है । आम आदमी के लिए न बजट में कोई बात कही गई है न आम आदमी को कुछ समझ में आ रहा है । भ्रम में भ्रमण करते रहिए इस अमृतकाल में समझ से परे विकास का मॉडल सरकार का….।